Month: June 2020

विशेषाधिकार का समाजशास्त्र: ‘अभिजात अदृश्यता’ के विश्लेषणात्मक आयाम | सूरज बेरी

असमानता समकालीन समाजों की मूलभूत विशेषताओं में से एक है। समाजशास्त्री अपने अध्ययनों मे यह जानने के लिए प्रयासरत रहते…

तीन शब्दों पर तीन बात : विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष | श्यामसुंदर ज्याणी

जलवायु परिवर्तन के दौर में पर्यावरण संवेदनशीलता व लोचशीलता से ही जलवायु सशक्तीकरण का रास्ता निकाला जा सकता है I…